https://pdf - txt.com/ Page 1 PDF Name Aaigiri Nandini Arti Marathi Number of pages 8 PDF Category Hindu Devotional PDF Language मराठी Writer N.A. PDF Updated July 22 , 2023 PDF Size 1.65 MB Design and Uploaded by https://pdf - txt.com/ अयिगिरि नन्दियन मिाठी PDF PDF Index Table https://pdf - txt.com/ Page 2 अयिगिरर नन्दियन नन्दितमेदियन विश्िविनोदियन नन् दिनुते गिररिरविद् िशिरोगियनिाशियन विष् णुविलाशियन न् िष् णुनुते भिियत हे शियतकण् ठक ु टुन् बियन भूररक ु टुन् बियन भूररकृते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ १ ॥ िुरिरिवषिणण िुििरिवषिणण िुमुिखमवषिणण हषिरते त्र िभुिनपोवषणण िङ् करतोवषणण ककन् बिषमोवषणण घोषरते िनुियनरोवषणण दियतिुतरोवषणण िुमिििोवषणण शिदिुिुते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ २ ॥ अयि िििबि मिबि किबििनविििाशियन हािरते शिखररशिरोमणणतुङ् िदहमालििृङ् ियनिालिम् ििते मिुमिुरे मिुक ै टभिन् जियन क ै टभभन् जियन रािरते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ ३ ॥ अयिगिरि नन्दियन मिाठी PDF https://pdf - txt.com/ Page 3 अयि ितखण् ड विखन् ण् डतरु ण् ड वितुन् ण् डतिुण् ड ििागिपते ररपुिििण् ड वििारणचण् ड पराक्र मिुण् ड मृिागिपते यनिभुििण् ड यनपायततखण् डविपायततमुण् डभटागिपते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ ४ ॥ अयि रणिुमिि ििुििोदित िुििरयनििर िन् ततभृते चतुरविचारिुरीण महाशिि िूतकृत िमथागिपते िुररतिुरीहिुरािििुमियतिानििूतकृतादतमते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ ५ ॥ अयि िरणाितिैररििूिर िीरिराभििािकरे त्र िभुिन मस् तक िूलविरोगिशिरोगिकृतामल िूलकरे िुशमिुशमतामर िुदिुशभनाि महो मुखरीकृत यतग् मकरे जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ ६ ॥ अयिगिरि नन्दियन मिाठी PDF https://pdf - txt.com/ Page 4 अयि यनिहुङ् कृयतमाि यनराकृत िूम्र विलोचन िूम्र िते िमरवििोवषत िोणणतिीि िमुद् भििोणणत िीिलते शिि शिि िुबभ यनिुबभ महाहि तवपित भूत वपिाचरते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ ७ ॥ िनुरनुिङ् ि रणक्ष णिङ् ि पररस् फ ु रिङ् ि नटत् कटक े कनक वपिङ् िपृषत् कयनषङ् िरिद् भट िृङ् ि हतािटुक े कृतचतुरङ् ि िलक्ष क्ष यतरङ् ि घटद् िहुरङ् ि रटद् िटुक े जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ ८ ॥ िुरललना ततथेयि तथेयि कृताशभनिोिर नृत् िरते कृत क ु क ु थः क ु क ु थो िडिादिकताल क ु तूहल िानरते िुिुक ु ट िुतक ु ट गिन् दिशमत ् ियन िीर मृिङ् ि यननािरते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ ९ ॥ अयिगिरि नन्दियन मिाठी PDF https://pdf - txt.com/ Page 5 िि िि िप् ि ििे िि िब् िपरस् तुयत तत् पर विश् िनुते भण भण शभन् जिशम शभङ् कृतनूपुर शिन् जितमोदहत भूतपते नदटतनटािि नटीनटनािक नादटतनाट् ि िुिानरते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ १० ॥ अयि िुमनः िुमनः िुमनः िुमनः िुमनोहर कान् दतिुते गित रिनी रिनी रिनी रिनी रिनीकर ितििृते िुनिन विभ्र मर भ्र मर भ्र मर भ्र मर भ्र मरागिपते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ ११ ॥ िदहत महाहि मबलम तन्बलक मन्बलत रबलक मबलरते विरगचत िन्बलक पन्बलक मन्बलक शभन्बलक शभन्बलक ििि िृते शितकृत पुन् बलिमुबलशितारु ण तबलि पबलि िबलशलते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ १२ ॥ अयिगिरि नन्दियन मिाठी PDF https://pdf - txt.com/ Page 6 अविरलिण् डिलदमिमेिुर मत्त मतङ् िि रािपते त्र िभुिनभूषणभूतकलायनगि रू पपिोयनगि राििुते अयि िुितीिन लालिमानि मोहनमदमथ राििुते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ १३ ॥ कमलिलामल कोमलकान्दत कलाकशलतामल भाललते िकलविलाि कलायनलिक्र म क े शलचलत् कल हंिक ु ले अशलक ु ल िङ् क ु ल क ु िलि मण् डल मौशलशमलद् भक ु लाशल क ु ले जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ १४ ॥ करमुरलीरििीन् ितक ू न् ित लन् जितकोककल मजिुमते शमशलत पुशलदि मनोहर िुन् जित रन् जितिैल यनक ु जििते यनििुणभूत महाििरीिण िद् िुणिबभृत क े शलतले जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ १५ ॥ अयिगिरि नन्दियन मिाठी PDF https://pdf - txt.com/ Page 7 कदटतटपीत िुक ू लविगचि मिूखयतरस् कृत चदररु चे िणतिुरािुर मौशलमणणस् फ ु रिंिुलिदनख चदररु चे न् ितकनकाचल मौशलपिोन् िित यनभिरक ु जिर क ु बभक ु चे जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ १६ ॥ विन् ित िहस्र करैक िहस्र करैक िहस्र करैकनुते कृत िुरतारक िङ् िरतारक िङ् िरतारक िूनुिुते िुरथिमागि िमानिमागि िमागििमागि िुिातरते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ १७ ॥ पिकमलं करु णायनलिे िररिस् ियत िोऽनुदिनं ि शििे अयि कमले कमलायनलिे कमलायनलिः ि कथं न भिेत ् ति पिमेि परबपिशमत् िनुिीलितो मम ककं न शििे जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ १८ ॥ अयिगिरि नन्दियन मिाठी PDF https://pdf - txt.com/ Page 8 कनकलित् कल शिदिुिलैरनु शिन् जचनुतेिुण रङ् िभुिं भियत ि ककं न िचीक ु चक ु बभ तटीपरररबभ िुखानुभिम ् ति चरणं िरणं करिाणण नतामरिाणण यनिाशि शििं जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ १९ ॥ ति विमलेदिुक ु लं ििनेदिुमलं िकलं ननु क ू लिते ककमु पुरु हूत पुरीदिुमुखी िुमुखीशभरिौ विमुखीकक्र िते मम तु मतं शििनामिने भिती कृपिा ककमुत कक्र िते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ २० ॥ अयि मयि िीनििालुतिा कृपिैि त् ििा भवितव् िमुमे अयि िितो िननी कृपिाशि िथाशि तथाऽनुशभताशिरते ििुगचतमि भित् िुररर क ु रु तािुरु तापमपाक ु रु ते जि जि हे महहषासुि महिियन िम् िकपहिियन शैलसुते ॥ २१ ॥ अयिगिरि नन्दियन मिाठी PDF