बसेरा जम नी म भारतीय पि का (मा सक) जनवरी 2023 (अंक 5) €2 जम नी म क ड़ा रा ो व Published by: Rajneesh Mangla rajneesh.mangla@gmail.com +49-174-5306-137 basera-germany.blogspot.com Cover Page: © Mahesh Hiremath जब ना तो भारत िवभा जत था और ना ही Germany. तभी से भारतीय मूल के लोग Germany म उ श ा के लए आते रहे ह . Germany क श ा णाली, िवशेष कर तकनीक के े म उ कोिट क मानी जाती थी, जब िक information technology म आज भारतीय मूल के लोगो ं क मांग सारी दि ु नया म है. िक ु यहां बात हम भारतीय मूल के व र नाग रको ं क कर रहे ह . इ ी ं नाग रको ं म मेरी भी िगनती है. मेरा Berlin आना Germany के िवभाजन के बाद ही आ. Berlin के लगभग बीचो- ं बीच एक दीवार थी. इसे पूव और प मी िह े म बांट िदया गया था. प मी िह े म बसने वाले भारतीयो ं क सं ा सन 1978 म मा तीन हज़ार सात सौ थी, और पूरी प मी Germany म पचास हज़ार. Berlin के प मी िह े म एक सं ा है जस का नाम "भारत मज लस" है. इस सं ा क ापना सन 1933 म उस समय िवदेशो ं म पढ़ने वाले िव ा थय ो ं ने Berlin म क थी. यह Europe क पहली भारतीय सं ा है. नाजी रा म इस पर ितब लगा िदया गया था. 1957 म इसक पुन ा पना ई. इितहास क गहराई म ना जाते ए इतना बताना आव क है िक राजधानी Germany क अब Berlin नही ं Bonn शहर म हो गई थी. इस लए सभी दत ू ावास वहां ानांत रत कर िदए गए थे. Berlin म भारतीय सं ृित के चार और सार का पूरा ज़ ा भारत मज लस के क ो ं पर था. सन 1975 म Berlin म भारतीय कला का सं हालय खोला गया और इसी सं हालय म हर वष भारतीय सां ृितक स ाह का आयोजन भारत मज लस क तरफ़ से होने लगा. भारत से जाने माने कलाकारो ं को बुलाया जाता जैसे िक प त रिव शंकर, िब ाह खान, िबरजू महाराज, ीमान चौर सया इ ािद. इस समारोह म जो पि का छपती उसम भारत के धान म ी और Berlin के नगर-िनगम के स ेश भी छपा करते थे .Berlin का सारा भारतीय समाज बढ़ चढ़ कर इस म सहभागी होता तथा अ शहरो ं से भी स ािनत अित थ गण आया करते थे. मज लस नाम भारत से आने वाले िह ू और Muslim िव ा थय ो ं ने रखा था. इसी सं ा का president सन 1983 म मुझे चुना गया. सद सं ा थी 150. Brandenburg Straße म तीन कमरो ं का िकराए का मकान था. इसी के एक कमरे म गु ारा बनाया गया था. भारतीय समाज का यह एकमा अ ा था. हर शु वार को यहां जमावड़ा होता. खाने-पीने के अलावा भारतीय ोहार भी मनाए जाते और छोटे मोटे सां ृितक काय म भी होते. भारतीय मूल के बड़े बड़े कलाकार यहां आते, जैसे िक इरशाद प तन (Irshad Panjatan), pantomime के नर म दि ु नया म इनका सानी नही. ं Germany क कई िफ ो ं म इ ोने अदाकारी क है. "मािनटू का जूता" (Der Schuh des Manitu) नाम क िफ म इ ोन ं े मुख भूिमका िनभाई. इसे उस वष क सव - े िफ का पुर ार भी िमला. आपक उ इस समय 90 वष क है, Germany म इ 50 वष से भी अ धक हो गए ह , प ी German है. िक ु इ ोने Germany क नाग रकता कभी भी ीकार नही ं क . अभी भी भारत का passport बड़े गव के साथ िदखाते ह . रा ी रमेश, इ ोने नृ भंिगमाओ ं पर doctorate क है. धीरज Roy ने Berlin क संगीत अकादमी से गायन म ातक क उपा ध ा क . अ भी कई उ ेखनीय नाम जैसे क Dr. ून, Dr. ि पाठी जैसे indologists. Berlin क दीवार िगरने के बाद मज लस के कमरो ं का िकराया बढ़ जाने के कारण उ छोड़ना पड़ा. इस के बाद कुछ और िठकानो ं पर सद ो ं को जमा करने का य िकया गया. पर वो बात नही ं बन पाई जो 1983 म थी. सब लोग िततर िबतर हो गए. दत ू ावास अब Berlin आ गया था. उनका सां ृितक िवभाग भी. नए िव ा थय ो ं और IT के लोगो ं के बीच उन लोगो ं को भुला िदया गया ज ोन ं े Germany म भारत क पहचान बनाई थी. Berlin के भारतीय दत ू ावास से कई बार िनवेदन करने के प ात भी जब वय नाग रको ं क उपे ा होती रही. तब इसी शहर के एक वय नाग रको ं क गितिव धयो ं से स त सं ा म उन लोगो ं के स ान म एक आयोजन िकया गया ज ोन ं े देश और िवदेश म भी अपनी सेवाएं दान क ह और नाम कमाया है. इ ी ं म एक नाम सु स लेखक आ रफ न का भी है. आप िह ी और उद ू भाषा म कई पु क लख चुके ह . Berlin शहर म िह ी भाषा का अ ापन भी आप कर रहे है. इस आयोजन का मकसद यही था िक अभी हम ज़ ा ह और दमदार भी ह , इतनी आसानी से हम नही ं भुलाया जा सकता. काय म म भारतीय मूल के ये सभी वय नाग रक उप त थे, जन क उ साठ से न े वष तक क थी. कुछ लोग बीस तो कुछ तीस साल के बाद िमले. इस सं ा म िवकलांग लोगो ं के आने-जाने क पूरी सुिवधा है. पहले भी अ देशो ं के वय नाग रक यहां िमलते रहे ह . भारतीय मूल के लोगो ं और उनक German तथा भारतीय सहभिगनो ं के लए इस कार का यह पहला आयोजन था. सुशीला शमा -हक Germany म भांग वैध संघीय ा म ी ने Germany म भांग (Cannabis) क काला बाज़ारी समा करने के लए इसे कानूनी प से नशीले पदाथ क ेणी म वग कृत नही ं करने और इसे वैध बनाने के संघीय म - म ल के िनण य को ुत िकया है इस िनण य म कहा गया है िक 18 साल से अ धक आयु के लोगो ं को तीस ाम तक Cannabis, जस म इस के सि य संघटक THC (Tetrahydrocannabinol) क मा ा एक ितशत से कम हो , रख सक गे . license ा िवशेष दक ु ानो ं और pharmacies म इसक िब क अनुमित दी जाएगी लोगो ं को Cannabis के अ धकतम तीन पौधे उगाने क अनुमित होगी लेिकन doctors न े Cannabis के सेवन के कारण युवा लोगो ं म " म क अपूण य ित " क चेतावनी दी है उनके अनुसार मानव म 25 वष क आयु तक पूरी तरह से प रप नही ं होता है और इसक कोई guarantee नही ं िक 18 वष स े कम उ के युवाओ ं को भांग कानूनी प से ा ना हो . federal centre for health education के अनुसार बारह स े 17 वष क आयु के ारह ितशत लड़को ं और आठ ितशत लड़िकयो ं ने धू पान िकया है . association of German criminal investigators (BDK) न े चेतावनी दी है िक यिद वय कानूनी प से ख़रीद सक गे तो अवैध dealer ाहको ं के प म युवा लोगो ं पर अ धक ान के त कर गे लेिकन ा यह िनण य कानूनी तौर पर पा रत होगा , यह अभी नही ं कहा जा सकता भांग से िनपटने के लए अ र रा ीय और European कानूनी िनयम Germany म इस के रा े म आ सकते ह Berlin म भारतीय व र नाग रको ं का थम स ेलन ಕನ ನವನ ಸಹಜ ಣ. ಒ ಯ ಸ ಂ , ಉತ ಮ ಕ ಬಯ ವ , ಸವ ಣ ಪನ ಗ ಯ ಂ , ತ ಣ ತ ಮಕ ಳ ಆ , ೕ ನವನ ಕನ ಗಳ ಪ ತ ೕ ತ . ಒಂ ರ ದ ಉ ೕಗ ತ ತರ ಈ ಪ ಇ ಂ ಣ ಪ ತ . ಅ ಒಂ ಸಕಲ ಕಯ ಗ ಂದ ದ ಒಂ ಸ ಂತ ಮ ಂ . ಈ ಕನ ನ ಈ ಅ ಲಭ ಧ ವಲ . ಅದ ನಮ ವ ಜ 'ಮ ಕ ೕ ' ಎಂ ಂ ಅಥ ಗ ತ . ಇಂತಹ ಕನಸ ಶದ ನನ ವ ಂ ಯ ಷಯ ಸ ಇಂತಹ ಧ ಜಮ ಯ ದ ನಮ ತ ಂಗದ ೕಮ ರ ಮ ೕ ೕ ಜ ೕಲ ಪ ಗ ಡ ಒಬ ಅವರ ಮ ಯ ಹಪ ಶದ ಯ ಕ ಮವ ಎಲ ಹತ ರ ಹ ಂ ಎ ಡ ಷ ೕ ಯ ಈ ಖನ ರಣ ಎಂದ ತ ಲ ಈ ತರಹದ ವ ಯ ಗಳನ ಜಮ ಯ ರ ಸಬಹ ಎಂಬ ಊ ಇರ ಲ , ರಣ ಇ ಂತಹ ಯ ಕ ಮಗ ವ ಲ ಪ ಲಗಳ ರ ಆದ ೕಲ ಪ ಗಳ ಷ ದ ೕಜ ಗ ಂದ ಇಂತಹ ಬಹಳ ಅಪ ಪದ ಹಪ ಶ ಹಪ ಶ ೕ ತ ೕರಭದ ಯ ಮಠ ಎಂಬ ಗಳ ನಮ ರತ ಂದ ಕ ಂ ಪ ಯಕ ನವಗ ಹ , ೕಮ , ೕ ಸತ ಯಣ , ೕ ವರ ಕರ ಮ ಲ ಗಳ ವಸಗಳ ಲ ಂಭ ಂದ ತಮ ಆಪ ತ ವಗ ದವ ಂ ಆಚ ದ ವರ ಅ ರ , ಮ ಯ ಅ ರಗಳ ೕಡ ಎರ ಕ ಗ ಲ ದ ಮ ಯಲ ಂ ಹಳ ಗ ೕಪಗ ಂದ ಅ ತ ಲ ಮನ ವ ೕ ಯ ರ ಮ ಂ ಅ ೕ ಅಲ ಯ ಜಮ ಂಬದವ ಯ ಕ ಮಗಳ ವವ ಂ ೕ ಜ ಅಚ ಇದ ಲ ಕಳಸ ಟ ಂ ರ ೕಯ ಯ ಷ ಳ ತಹ ೕಜನ ಇ ನ ನ ಉ ಯ ವ ೕ ಅಲ ಜಮ ಯ ಗ ಕ ಡ ದ ೕಜನವ ಂದ ಸ ದ ಹಪ ಶದ ಸ ಭ ಂ ರತ ಂದ ದ ೕಮ ರ ಯವರ ರ ಗ ದಶ ನದ ನ ದ ನಗಳ ಎಳ ನ ಗ ಗ ಲ ಅವರ ಯವ ತ ದ ಚ , ಕ , ಅವಲ ಇತ ಂ ಗಳ ಚಪ ನಮ ಲ ರತದ ಮ ಯ ಹಬ ಆಚ ದ ಅ ಭವ ಇ ಮನ ಳದ ಹ ' ಪರಸ ಳ ಣ ಕಟ ' ಎಂಬ ಗ ಪ ಶ ದ ಜಮ ಯ ಡ ನಮ ಸ ೃ ಗ ಣ ಸಕಲ ನಗ ಂ ' ಹಪ ಶ ' ಡಬಹ ಎಂ ದ ೕ ಟ ೕಲ ಪ ಗ ಅ ದ ಸ ೕ ಇಂತಹ ಭ ಯ ಗ ಮ ಜಮ ಯ ನ ಯ , ನಮ ವ ಅವ ಶ ಗ ಎಂಬ ಗ ಂ .. - ೕಲ ಪ ಗಳ ಂಧವ ಲಭ ಧ ವಲ ನಮ ಯ ಬ ನ ಇ ವವ ಎ ಅ ನ ತ ೕ, ಅ ೕ ಅಥ ಅದ ಂತ ಂದ ಗ ರ ವವ ಇ ತ ಎಂದ ತ ಉ ೕ ಗ ರ .. ಉ ೕಗವನ ರ ೕ, ಸ ೕ ಅಥ ತಮ ರಣಗಳ ಂ ಶವ ಶದ ವವ ತಮ ಶ,ತಮ , ಜ ,ಉ ,ಊಟ,ಆಚರ ಎಲ ವ ಎ ...ಎ ಇ ಏ ೕ ರ ತ .. ಅ "ನಮ ವ ಅ ೕ ಇಲ " ಅ ೕ ವ.. ಇಂತಹ ಸಹ ಮನ ಯವ ಲ ಕ ತಹ ಂ "