निर्जला एकादशी, हिंदू धर्म का सबसे पवित्र और कठिन व्रतों में से एक, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। यह पर्व भक्तों के लिए भक्ति, समर्पण और आत्म-संयम का प्रतीक है, जहां वे बिना अन्न और जल के उपवास करते हैं। 2025 में, निर्जला एकादशी 2025 का यह पर्व मेहंदीपुर बालाजी मंदिर (Mehandipur balaji temple) में अद्वितीय उत्साह और भक्ति के साथ मनाया गया। राजस्थान के दौसा जिले में स्थित यह मंदिर, भगवान हनुमान के चमत्कारी स्वरूप बालाजी महाराज के दर्शन के लिए प्रसिद्ध है। हजारों भक्तों ने